हिन्दी साहित्य प्रश्नोत्तरी 🎁🎁🎁🎁🎁🎁🎁 📕 वह रचनाकार जिसने अपना लेखन गद्य तक ही सीमित रखा - प्रेमचन्द 📕 अपभ्रंश को 'पुरानी हिन्दी' सर्वप्रथम कहा है - चंद्रधर शर्मा 'गुलेरी' ने 📕 'हिन्दी शब्द सागर' सम्पादित ग्रन्थ है - श्यामसुन्दर दास का 📕 'हिन्दी साहित्य की भूमिका' पुस्तक के लेखक हैं - हजारी प्रसाद द्विवेदी 📕 'इस्त्वार द ला लितरेत्युर ऐन्दुई ए ऐंदुस्तानी' की रचना की - गार्सा द तासी ने 📕 आंग्ल भाषा में लिखा गया हिन्दी साहित्य का इतिहास 'स्केच ऑफ हिन्दी लिट्रेचर' के लेखक हैं - पादरी एडविन ग्रीब्स 📕 हिन्दी साहित्य के इतिहास को व्यवस्थित रूप देने का श्रेय है - आचार्य रामचंद्र शुक्ल को 📕 भक्तिकाल का नाम 'पूर्वमध्यकाल' दिया है - आचार्य हजारी प्रसाद द्विवेदी ने 📕 मिश्र बन्धुओं ने 'परिवर्तन काल' की समय सीमा निर्धारित की है - संवत् 1890 वि. - संवत् 1924 वि. 📕 'हिन्दी कोविद रत्नमाला' के लेखक हैं - श्यामसुन्दर दास 📕 'ए हिस्ट्री ऑफ हिन्दी लिटरेचर' के लेखक हैं - फ्रैंक ई.के. 📕 आचार्य रामचन्द्र शुक्ल ...
RAS (Rajasthan Administrative Services) परीक्षा की तैयारी के लिए आपको एक व्यवस्थित और प्रभावी रणनीति की आवश्यकता होती है। नीचे दिए गए सुझाव आपकी मदद कर सकते हैं: 1. पाठ्यक्रम को समझें RAS परीक्षा का पाठ्यक्रम विस्तृत होता है। सबसे पहले, RPSC (Rajasthan Public Service Commission) द्वारा जारी आधिकारिक सिलेबस को ध्यान से पढ़ें। प्रारंभिक परीक्षा (Prelims) यह मुख्यतः सामान्य ज्ञान और सामान्य विज्ञान पर आधारित होता है। मुख्य परीक्षा (Mains) इसमें चार पेपर होते हैं: सामान्य अध्ययन I सामान्य अध्ययन II सामान्य अध्ययन III हिंदी और अंग्रेजी भाषा साक्षात्कार (Interview) यह आपके व्यक्तित्व, प्रशासनिक क्षमता, और सोचने की क्षमता का मूल्यांकन करता है। 2. अध्ययन सामग्री एकत्र करें एनसीईआरटी किताबें : कक्षा 6 से 12 तक की NCERT पुस्तकें इतिहास, भूगोल, और राजनीति के लिए आधार मजबूत करती हैं। राजस्थान जीके : लक्ष्मीनाथ शर्मा की पुस्तक राजस्थान सामान्य ज्ञान (राजस्थान बोर्ड की किताबें) सामान्य अध्ययन : भारत का इतिहास: स्पेक्ट्रम भूगोल: महेश बरनवाल या NCERT भारतीय राजनीत...
UGC NET हिंदी की तैयारी: विस्तृत मार्गदर्शन UGC NET (राष्ट्रीय पात्रता परीक्षा) में हिंदी विषय के लिए उत्कृष्ट प्रदर्शन एक सुव्यवस्थित अध्ययन योजना और गहन तैयारी की मांग करता है। यह लेख एक व्यापक दृष्टिकोण प्रस्तुत करता है जो आपकी तैयारी को सशक्त और प्रभावी बना सकता है। 1. पाठ्यक्रम और परीक्षा संरचना की गहन समझ पेपर 1: सामान्य योग्यता शिक्षण और शोध क्षमता तार्किक तर्कशक्ति और डेटा व्याख्या सूचना प्रौद्योगिकी और समसामयिक मुद्दे पेपर 2: हिंदी साहित्य साहित्यिक इतिहास और प्रवृत्तियां प्रमुख साहित्यकारों और उनकी कृतियां आलोचनात्मक पद्धतियां और आधुनिक शोध दृष्टिकोण पाठ्यक्रम का विस्तृत अध्ययन और विभिन्न खंडों की प्राथमिकता तय करना आवश्यक है। 2. संदर्भ सामग्री और साहित्यिक ग्रंथ प्रमुख स्रोत: आचार्य रामचंद्र शुक्ल का हिंदी साहित्य का इतिहास हजारी प्रसाद द्विवेदी और नगेंद्र द्वारा लिखित आलोचनात्मक ग्रंथ काल विभाजन: भक्तिकाल: तुलसीदास, कबीर, सूरदास रीतिकाल: भिखारीदास, केशवदास आधुनिक युग: छायावादी, प्रगतिवादी, प्रयोगवादी और नई कविता गहन अध्ययन के लिए इन साहित्यिक ग्रंथों को प्राथमिकता ...
टिप्पणियाँ
एक टिप्पणी भेजें