आदिकाल

हिन्दी साहित्य का इतिहास(आदिकाल) हिन्दी साहित्य का इतिहास           आदिकाल आदिकाल का नामकरण विभिन्न इतिहासकारों द्वारा आदिकाल का नामकरण निम्नानुसार किया गया- इतिहासकार का नाम – नामकरण हजारी प्रसाद द्विवेदी-आदिकाल रामचंद्र शुक्ल-वीरगाथा काल महावीर प्रसाद दिवेदी-बीजवपन काल रामकुमार वर्मा-संधि काल और चारण काल राहुल संकृत्यायन-सिद्ध-सामन्त काल मिश्रबंधु-आरंभिक काल गणपति चंद्र गुप्त-प्रारंभिक काल/ शुन्य काल विश्वनाथ प्रसाद मिश्र-वीर काल धीरेंद्र वर्मा-अपभ्रंस काल चंद्रधर शर्मा गुलेरी-अपभ्रंस काल ग्रियर्सन-चारण काल पृथ्वीनाथ कमल ‘कुलश्रेष्ठ’-अंधकार काल रामशंकर शुक्ल-जयकाव्य काल रामखिलावन पाण्डेय-संक्रमण काल हरिश्चंद्र वर्मा-संक्रमण काल मोहन अवस्थी-आधार काल शम्भुनाथ सिंह-प्राचिन काल वासुदेव सिंह-उद्भव काल रामप्रसाद मिश्र-संक्रांति काल शैलेष जैदी–आविर्भाव काल हरीश-उत्तर अपभ्रस काल बच्चन सिंह- अपभ्रंस काल: जातिय साहित्य का उदय श्यामसुंदर दास- वीरकाल/अपभ्रंस का .. हिन्दी का सर्वप्रथम कवि... विभिन्न इतिहासकारों के अनुसार हिंदी का पहला कवि- 👉राहुल सांकृत्यायन के अनुसार – स...

राजस्थान की प्रमुख नदियां व उनकी विशेषता

 राजस्थान में कई महत्वपूर्ण नदियाँ हैं, जो इस राज्य की जल संसाधन व्यवस्था और कृषि में अहम भूमिका निभाती हैं। इनमें से कुछ नदियाँ स्थायी हैं, जबकि अन्य मौसमी हैं। यहाँ राजस्थान की प्रमुख नदियों का विवरण दिया गया है:

1. चंबल नदी

  • उद्गम स्थल: मध्य प्रदेश के जनपाव पर्वत (विंध्याचल श्रेणी)।
  • विशेषता: यह राजस्थान की एकमात्र ऐसी नदी है जो राज्य में स्थायी जल प्रवाह रखती है।
  • राजस्थान में बहाव क्षेत्र: कोटा, बूंदी, सवाई माधोपुर, और बारां।
  • उपनदियाँ: कालीसिंध, पार्वती, बनास।

2. बनास नदी

  • उद्गम स्थल: अरावली पर्वत के कुंभलगढ़ से।
  • विशेषता: यह चंबल नदी की सबसे बड़ी उपनदी है।
  • राजस्थान में बहाव क्षेत्र: उदयपुर, चित्तौड़गढ़, और भीलवाड़ा।

3. लूनी नदी

  • उद्गम स्थल: अरावली पर्वत की नाग पहाड़ियों (अजमेर के पास)।
  • विशेषता: इसे "राजस्थान की मरुस्थलीय नदी" कहा जाता है। यह पश्चिम राजस्थान के मरुस्थलीय क्षेत्रों में बहती है।
  • राजस्थान में बहाव क्षेत्र: पाली, जोधपुर, बाड़मेर, और जैसलमेर।
  • अंतिम गंतव्य: कच्छ का रण (जहाँ यह लुप्त हो जाती है)।

4. घग्गर नदी

  • उद्गम स्थल: हिमाचल प्रदेश।
  • विशेषता: इसे "राजस्थान की मृत नदी" भी कहा जाता है। यह बरसाती नदी है और गहरी रेत में खो जाती है।
  • राजस्थान में बहाव क्षेत्र: श्रीगंगानगर और हनुमानगढ़।

5. साबरमती नदी

  • उद्गम स्थल: अरावली पर्वत का ढेकाणा गांव।
  • विशेषता: यह नदी गुजरात की ओर प्रवाहित होती है।
  • राजस्थान में बहाव क्षेत्र: उदयपुर और सिरोही।

6. कालीसिंध नदी

  • उद्गम स्थल: मध्य प्रदेश।
  • विशेषता: यह चंबल नदी की एक उपनदी है।
  • राजस्थान में बहाव क्षेत्र: झालावाड़।

7. पार्वती नदी

  • उद्गम स्थल: मध्य प्रदेश।
  • विशेषता: यह भी चंबल की उपनदी है।
  • राजस्थान में बहाव क्षेत्र: बारां और सवाई माधोपुर।

8. ड्रेनिंग नदियाँ

  • अरावली पर्वतमाला राजस्थान की नदियों को दो भागों में बाँटती है:
    • पूर्वी दिशा की नदियाँ: चंबल, बनास, कालीसिंध।
    • पश्चिमी दिशा की नदियाँ: लूनी, घग्गर।

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