आदिकाल

हिन्दी साहित्य का इतिहास(आदिकाल) हिन्दी साहित्य का इतिहास           आदिकाल आदिकाल का नामकरण विभिन्न इतिहासकारों द्वारा आदिकाल का नामकरण निम्नानुसार किया गया- इतिहासकार का नाम – नामकरण हजारी प्रसाद द्विवेदी-आदिकाल रामचंद्र शुक्ल-वीरगाथा काल महावीर प्रसाद दिवेदी-बीजवपन काल रामकुमार वर्मा-संधि काल और चारण काल राहुल संकृत्यायन-सिद्ध-सामन्त काल मिश्रबंधु-आरंभिक काल गणपति चंद्र गुप्त-प्रारंभिक काल/ शुन्य काल विश्वनाथ प्रसाद मिश्र-वीर काल धीरेंद्र वर्मा-अपभ्रंस काल चंद्रधर शर्मा गुलेरी-अपभ्रंस काल ग्रियर्सन-चारण काल पृथ्वीनाथ कमल ‘कुलश्रेष्ठ’-अंधकार काल रामशंकर शुक्ल-जयकाव्य काल रामखिलावन पाण्डेय-संक्रमण काल हरिश्चंद्र वर्मा-संक्रमण काल मोहन अवस्थी-आधार काल शम्भुनाथ सिंह-प्राचिन काल वासुदेव सिंह-उद्भव काल रामप्रसाद मिश्र-संक्रांति काल शैलेष जैदी–आविर्भाव काल हरीश-उत्तर अपभ्रस काल बच्चन सिंह- अपभ्रंस काल: जातिय साहित्य का उदय श्यामसुंदर दास- वीरकाल/अपभ्रंस का .. हिन्दी का सर्वप्रथम कवि... विभिन्न इतिहासकारों के अनुसार हिंदी का पहला कवि- 👉राहुल सांकृत्यायन के अनुसार – स...

भारत की प्रमुख चोटियां व पहाड़

भारत विविध भूगोल और भौगोलिक संरचनाओं वाला देश है, जिसमें कई प्रमुख पहाड़ और पर्वत चोटियां शामिल हैं। ये चोटियां प्राकृतिक सौंदर्य के साथ-साथ ऐतिहासिक, सांस्कृतिक और धार्मिक महत्व भी रखती हैं। यहाँ भारत में पाए जाने वाले प्रमुख पहाड़ और पर्वत चोटियों का विवरण दिया गया है:


हिमालय क्षेत्र की प्रमुख चोटियां

  1. माउंट कंचनजंगा (8,586 मीटर)

    • स्थान: सिक्किम और नेपाल सीमा
    • विशेषता: भारत की सबसे ऊंची चोटी और विश्व में तीसरे स्थान पर।
  2. नंदा देवी (7,816 मीटर)

    • स्थान: उत्तराखंड
    • विशेषता: यह चोटी नंदा देवी राष्ट्रीय उद्यान के केंद्र में स्थित है, जो यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल है।
  3. कामेट (7,756 मीटर)

    • स्थान: उत्तराखंड
    • विशेषता: गढ़वाल हिमालय की दूसरी सबसे ऊंची चोटी।
  4. त्रिशूल (7,120 मीटर)

    • स्थान: उत्तराखंड
    • विशेषता: अपने त्रिशूल के आकार के कारण यह धार्मिक और पर्यटन दृष्टि से महत्वपूर्ण है।
  5. शिवलिंग (6,543 मीटर)

    • स्थान: उत्तराखंड
    • विशेषता: यह चोटी भगवान शिव के प्रतीक के रूप में जानी जाती है।

काराकोरम और लद्दाख क्षेत्र

  1. माउंट गॉडविन-ऑस्टिन (K2) (8,611 मीटर)

    • स्थान: काराकोरम रेंज, जम्मू और कश्मीर (वर्तमान में पाकिस्तान प्रशासित क्षेत्र)
    • विशेषता: विश्व की दूसरी सबसे ऊंची चोटी।
  2. साल्टोरो कांगरी (7,742 मीटर)

    • स्थान: जम्मू और कश्मीर
    • विशेषता: यह सियाचिन ग्लेशियर के पास स्थित है।
  3. स्तोक कांगरी (6,153 मीटर)

    • स्थान: लद्दाख
    • विशेषता: यह पर्वतारोहियों के लिए एक प्रसिद्ध ट्रेकिंग चोटी है।

पश्चिमी घाट और दक्षिण भारत की चोटियां

  1. अनामुड़ी (2,695 मीटर)

    • स्थान: केरल
    • विशेषता: दक्षिण भारत की सबसे ऊंची चोटी।
  2. दोड्डाबेट्टा (2,637 मीटर)

    • स्थान: तमिलनाडु
    • विशेषता: नीलगिरी पर्वत श्रृंखला की प्रमुख चोटी।

पूरब के पहाड़

  1. सिंद्रोज (Mount Saramati) (3,826 मीटर)

    • स्थान: नागालैंड
    • विशेषता: नागालैंड और म्यांमार की सीमा पर स्थित।
  2. दफ़ला हिल्स (Arunachal Pradesh)

    • स्थान: अरुणाचल प्रदेश
    • विशेषता: यह पूर्वी हिमालय का हिस्सा है।

सेंट्रल इंडिया की चोटियां

  1. गुरु शिखर (1,722 मीटर)

    • स्थान: माउंट आबू, राजस्थान
    • विशेषता: अरावली पर्वत श्रृंखला की सबसे ऊंची चोटी।
  2. पंचमढ़ी का धूपगढ़ (1,350 मीटर)

    • स्थान: मध्य प्रदेश
    • विशेषता: सतपुड़ा पर्वत श्रृंखला की सबसे ऊंची चोटी।

ये पहाड़ और पर्वत चोटियां भारत की भौगोलिक विविधता और सुंदरता को दर्शाती हैं। इनका महत्व न केवल पर्यावरण और पर्यटन में है, बल्कि ये सांस्कृतिक और धार्मिक दृष्टिकोण से भी महत्वपूर्ण हैं।

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